क्षिप्रा के पावन तट पर 25 दिसंबर से श्रीमद् भागवत ज्ञान गंगा यज्ञ के साथ 31 दिसंबर को 101 कन्याओं का होगा परिणय संस्कार
देवास। गौ रक्षक, आध्यात्मिक व्यक्तित्व, हजारों गरीब कन्याओं का नि:शुल्क विवाह करवाने वाले सामाजिक एवं सनातन विचारों के पोषक विश्व हिंदू परिषद के देवास जिला अध्यक्ष श्री दिलीप अग्रवाल, द्वारा विगत एक दशक से प्रति वर्ष पावन सलिला मां क्षिप्रा नदी के पवन तट पर राष्ट्र के श्रेष्ठ वक्ताओं के श्री मुख से श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह के आध्यात्मिक आयोजन में श्रीकृष्ण रुक्मणि विवाह प्रसंग के दौरान अनेकों कन्याओं का निः शुल्क विवाह विवाह योग्य बालिकाओं के परिजन द्वारा चयनित वर के साथ सनातन हिंदू वैवाहिक संस्कृति की वैदिक परम्परा के अनुरूप दोनों पक्षों के परिजनों एवं हजारों श्रोतों की उपस्थिति में व्यास पीठ के सम्मुख विवाह सम्पन्न करवाने के साथ वर वधु को वस्त्र, कन्या को स्वर्ण मंगलसूत्र , आभूषण एवं एक सामान्य परिवार की कन्या के पिता के सामर्थ के समान दहेज के रूप में आवश्यक सामग्री प्रदान करते है । हजारों कन्याओं के पिता के रूप में दिलीप अग्रवाल और माता के रूप में श्री मती अनिता अग्रवाल तथा भाई भोजाई के रूप में डॉ अंकित पूजा अग्रवाल एवं आकाश राधिका अग्रवाल जब कन्याओं की पैर पूजाई करते है तब उस दृश्य को देख कर दिलीप अग्रवाल एवं परिवार के प्रति परिजन एवं श्रोताओं के श्रद्धापूरित भाव पर नयनाभिराम होकर जयकारों के साथ नतमस्तक होते दिखाई देते है ।
कहते है कन्या दान से बड़ा कोई दान नहीं होता है वो पिता भाग्यशाली होता जो बेटी का कन्या दान करने का पुण्य कमाता है । हजारों बेटियों का कन्या दान करने वाले उस सौभाग्यशाली पिता ओर परिवार को देखना है तो आइए 25 दिसंबर 2024 को देवास से 8 किलो मीटर इंदौर की ओर क्षिप्रा के पावन तट पर ।
जहां प्रातः 9 बजे श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ कथा सप्ताह की एक ऐसी भव्य कलश यात्रा जिसमें हजारों कलश धारी मात्र शक्ति के श्रद्धा सैलाब के साथ श्री हरि की वांग्मय प्रतिमा श्रीमद् भागवत पुराण को सर पर धारण किए दिलीप अग्रवाल और उनका परिवार दिखाई देगा । जो कि मां क्षिप्रा के पुल से गुजरते हुए नगर भ्रमण कर कथा स्थल पर कलश यात्रा पहुंचेगी । हजारों भगवत रसिक श्रोता एवं कलश धारी मात्र शक्ति भोजन प्रसाद ग्रहण कर दोपहर 1 बजे के पूर्व कथा स्थल पर अपना आसान ग्रहण करेगी ।
जहां दिनांक 25 दिसंबर से 31 दिसंबर 2024 तक कथा श्रवण करने के लिए क्षिप्रा सहित आसपास के गांवों से हजारों श्रोताओं आते है जिनके आवागमन के लिए वाहन की सुविधा एवं भोजन प्रसादी की व्यवस्था दिलीप अग्रवाल द्वारा की जाती है।
राष्ट्र की आध्यात्मिक प्रवक्ता अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त भागवत रत्न साध्वी सरस्वती जी के श्री मुख से संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान गंगा का प्रवाह अमृत तुल्य आध्यात्मिक वाणी के साथ सात दिनों तक प्रति दिन दोपहर 1 बजे से 4 बजे तक होगा । कथा पंडाल में महिला शक्ति एवं पुरुषों की बैठने की पृथक पृथक व्यवस्था रहेगी।
31 दिसंबर को होगा 101 कन्याओं का विवाह वर्तमान समय में महंगाई के इस दौर में एक बेटे ,बेटी का विवाह करना आम जन के लिए चुनौती है । और परिवार के लिए चिंता का विषय है ऐसे में अपने पुरुषार्थ से कमाए 0 कर सकता है जिस पर ठाकुर जी और राधा रानी की कृपा होती है । यह सवाल जब दिलीप अग्रवाल से पूछा जाता है तो एक ही बात कहते है, यह कार्य मैं नहीं स्वयं राधा रानी और ठाकुर जी करते है । मैने तो सिर्फ यह महसूस किया है कि जब भी किसी कन्या विवाह करने का पुण्य अवसर मुझे और मेरे परिवार को प्राप्त होता तब व्यवस्था करने करने की शक्ति और सामर्थता ईश्वरी शक्ति प्रदान करती है ।
जितना खर्च होता उससे अधिक मुझे प्राप्त होता है देने वाला और यह सब करने वाला ईश्वर है मै तो सिर्फ माध्यम हु । जिसे यह सौभाग्य प्राप्त हुआ है । जिसमें मेरे परिजन, मित्र , सहयोगी , गांव वासी सहित प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों का भरपूर निस्वार्थ सहयोग प्राप्त होता वरना यह कार्य मेरी कल्पना से परे है। किंतु मुझे जो खुशी मिलती है उसे मै शब्दों में बयान नहीं कर सकता बस सभी भाइयों और बहनों से निवेदन है कि 25 दिसंबर को प्रातः 9 बजे कलश यात्रा में पधारे और साथ दिनों तक देश की महान आध्यात्मिक प्रवक्ता भागवत रत्न पूज्य साध्वी सरस्वती जी मुखार बिंद से श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करने प्रति दिन दोपहर 1 बजे के पूर्व पधारे ।
31 दिसंबर को 101 कन्याओं के सामूहिक विवाह समारोह में पधार कर वर वधुओं को आशीर्वाद प्रदान करने का पुण्य लाभ ले।
इतना बड़ा पुनीत कार्य और इतनी सरलता विनम्र भाव के करने वाले दिलीप अग्रवाल ने सभी पत्रकार बंधुओं प्रशासनिक अधिकारी एवं पुलिस प्रशासन से निवेदन के साथ सहयोग की अपेक्षा की है।